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नई अफीम नीति में काश्तकारों को मिले ज्यादा छूट-जोशी

सांसद सी.पी. जोशी केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा से भेंट कर अफीम काश्तकारों की बारे मे चर्चा करते हुए।
चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी. जोशी ने नई दिल्ली केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा एवं अफीम अधिकारियों की बैठक में वर्ष 2015-16 की पाॅलीसी सहित पुरानी अफीम नीतियों एवं वर्तमान की अफीम नीति सहित अफीम की खेती के सम्बन्ध में सरकारी नीतियों पर किसान हितों के बारे में अपने सुझाव दिये। सांसद जोशी ने बैठक में वर्ष 1998-99 से 2003-04 तक के घटिया श्रेणी में आने वाले एवं औसत में कमी के कारण कटे हूए पट्टों की औसत में छूट प्रदान करते हुए पट्टे बहाल करने वर्तमान वर्ष की फसल में प्राकृतिक आपदा के कारण चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ एवं उदयपुर क्षेत्र में अफीम की फसल के नुकसान को देखते हुए पीडि़त काश्तकारों को मुआवजा एवं आगामी समय में फसल का बीमा करवाने वर्तमान पाॅलीसी में 15 व 20 आरी के पट्टे जारी है, उनके स्थान पर 10-10 आरी के पट्टे देने से अधिकतम किसान लाभान्वित होंगे। इसी प्रकार सांसद जोशी ने निम्बाहेड़ा तहसील के भगवानपुरा व मक्खनपुरा गावं में 2013-14 में ओलावृष्टि से अफीम फसल में नुकसान कारण कटे हुए पट्टे पुनः दिलवाने का भी आग्रह किया। 
सांसद सी.पी. जोशी ने भविष्य की पाॅलिसी में महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए कहा कि 25 वर्ष पूर्व किसी भी कारण से रद्ध लाईसेन्स 3 वर्ष बाद पुनः मिल जाता था। ऐसा सरकार अब भी कर सकती है। किसान की पूर्ववर्ती वर्षों में 70 एवं 80 की औसत रही हो तो किसी वर्ष 100-50 ग्राम कम देने पर भी उसका पट्टा नहीं काटा जाये। प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ने के कारण अफीम की गाढ़ता कम हो जाती है इसलिए गाढ़ता के नियम को समाप्त कर दें। अफीम का कच्चा तौल बंद हो एवं चीरा लगाने के बाद प्राकृतिक प्रकोप पिडि़त किसानों को इसमें राहत मिले। केन्द्र सरकार ने इस वर्ष अधिक वर्षा एवं ओलावृष्टि की मार के कारण अन्य फसलों में हुए नुकसान के कारण किसानों को प्रयाप्त मुआवजा दिया हैं। अफीम काश्तकारों को हुए नुकसान का देखते हुए इनके पट्टे इस वर्ष बिल्कुल नहीं काटे जाये। 
सांसद जोशी ने इस महत्वपूर्ण में अफीम मूल्य में भी 5 हजार रूपये प्रति किलो बढ़ाने का भी आग्रह किया एवं 57 की औसत को कम करके इसे उचित औसत करने का आग्रह किया। अफीम किसानों कि संख्या बढ़ाने के लिए नये राजस्व ग्रामों को इसमें शामिल किया जाये। अफीम की फसल में अफीम के अलावा महत्वपूर्ण खस-खस जिसकी अन्तर्राष्ट्रिय बाजार में मांग है। उसका उत्पादन बढ़ाने के लिए अफीम उत्पादन को बढ़ाना पड़ेगा। वर्तमान के अफीम प्रसंस्करण कारखानों कि क्षमता भी बढ़ाई जाये एवं दूसरी फसलों के लिए जिस प्रकार बोर्ड बने हूए है उसी प्रकार अफीम बोर्ड भी बनाया जाये। वित्त राज्य मंत्री जयन्त सिन्हा के साथ बैठक में चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी. जोशी, झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह, भीलवाड़ा सांसद सुभाष बहेडि़या, मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता एवं अफीम अधिकारी उपस्थित थे। सांसद जोशी ने वित्त राज्य मंत्री से बैठक के बाद व्यक्तिगत भंेट कर अफीम की खेती को लेकर अपने संसदीय क्षेत्र एवं पाॅलिस को लेकर अलग से चर्चा भी की। 

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