पर्यावरण संरक्षण युग की महत्त्ती आवश्यकता - नवीन व्यास
चित्तौडगढ 5 जून 2011/प्रकृति के सभी घटक, हवा पानी, जमीन, फल, फूल, पक्षी,जन्तु एवं वनस्पती सभी एक दूसरे पर आधारित है तथा अर्न्तसम्बंधित है। पर्यावरण एक वृहद विषय है जिसे सुरक्षित एवं संरक्षित रखने के लिए इसके हर पहलु को समझने और उस पर चिन्तन करने की आवश्यकता है। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में हिन्दुस्तान जिंक के चन्देरिया लेड जिंक स्मेल्टर की ओर से जिंक नगर में आयोजित कार्यषाला में ये उद्गार राजस्थान राज्य प्रदुषण नियन्त्रण मण्डल के क्षैत्रिय अधिकारी नवीन व्यास ने मुख्य अतिथि के रूप मे व्यक्त किये। उन्होने जल संरक्षण की महत्ता प्रतिपादित करते हुए आव्हान किया कि बूंद बूंद जल संरक्षण वर्तमान समय की प्रमुख आवष्यकता है ।
इस मौके पर चन्देरिया स्मेल्ंिटग कॉम्प्लेक्स के लोकेषन हेड सीएसआर मेहता ने पर्यावरण के विभिन्न तत्वो की सात्विक व्याख्या प्रस्तुत करते हुए कहा कि पर्यावरण सरंक्षण को हमें आत्मसात करना होगा। उन्होंने पर्यावरण संकट एवं उसके समाधानो को विस्तार से समझाते कहा कि हम अपने दैनिक जीवन में ऐसा आचरण करे जिससे पर्यावरणीय संतुलन बना रहें। औद्योगिक पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए उन्होने कहा कि उत्पादन के साथ-साथ पर्यावरण सरंक्षण,स्वास्थ्य एवं सुरक्षा गुणवत्ता अति आवश्यक है।
मजदूर संघ के वरिष्ठ सचिव घनष्याम सिंह राणावत ने पर्यावरणीय संकटो पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि आज जनसंख्या विस्फोट ने पर्यावरण को असन्तुलित कर दिया है अतः लोगो को जागरूक एवं षिक्षित होने की आवश्यक है । प्रकृति का दोहन एवं विकास पर्यावरण के असन्तुलन की कीमत पर नही होना चाहिए। इस विचार गोष्ठी में हाइड्रो ईकाई प्रमुख अखिलेष शुक्ला ने कहा कि चन्देरिया स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स पर्यावरण,स्वास्थ्य,सुरक्षा एवं गुणवत्ता के प्रति सदैव वचनबद्ध एवं सजग रहा है। उत्पादन के साथ साथ विष्वस्तरीय पर्यापवरण मानको का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करने के प्रति प्रयासरत है।
इस अवसर पर सह महाप्रबंधक पर्यावरण के एस गौड ने विगत पांच वर्षो में चन्देरिया लेड जिंक स्मेल्टर द्वारा किए गए विभिन्न पर्यावरण सरंक्षण के उपायो को विस्तार से बताते हुए कहा कि इन वर्षो में 50 हजार से अधिक वृक्षारोपण किया गया। पर्यावरण सुधार के लिए किए गये कार्यो के लिये विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुए है। उन्होने कार्यशाला मे आए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हमें आज यह संकल्प लेना होगा कि पर्यावरण के प्रति हम सचेत रहते हुए कार्य करें। उन्होंने पर्यावरण के प्रति प्रतिष्ठान की प्रतिबद्धता और इस दिषा में किए जा रहे उपायो व इससे संबंधित उपकरणो की जानकारी दी।
विचार गोष्ठी के अवसर पर मुख्य अतिथि नवीन व्यास ने सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ पौधरोपण कर किया । विष्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में चन्देरिया स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स में निबंध,स्लोगन,पोस्टर,क्विज प्रतियोगिताए आयोजित की गई जिसमें संस्थान के अधिकारियों,कर्मचारियों,बच्चो एवं महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। विजेताओं को अतिथियो द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के उपायो हेतु फोल्डर का विमोचन किया गया साथ ही बच्चो द्वारा बनाई गई पर्यावरण सरंक्षण चित्रो एवं पोस्टर का प्रदर्षन भी किया गया। कार्यक्रम में पर्यावरण अभियन्ता विनय कट्टा सहित ,अधिकारी,कर्मचारी उपस्थित थे। धन्यवाद बी के सिंह ने दिया कार्यक्रम का संचालन डॉ चेतन खमेसरा ने किया।
चित्तौडगढ 5 जून 2011/प्रकृति के सभी घटक, हवा पानी, जमीन, फल, फूल, पक्षी,जन्तु एवं वनस्पती सभी एक दूसरे पर आधारित है तथा अर्न्तसम्बंधित है। पर्यावरण एक वृहद विषय है जिसे सुरक्षित एवं संरक्षित रखने के लिए इसके हर पहलु को समझने और उस पर चिन्तन करने की आवश्यकता है। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में हिन्दुस्तान जिंक के चन्देरिया लेड जिंक स्मेल्टर की ओर से जिंक नगर में आयोजित कार्यषाला में ये उद्गार राजस्थान राज्य प्रदुषण नियन्त्रण मण्डल के क्षैत्रिय अधिकारी नवीन व्यास ने मुख्य अतिथि के रूप मे व्यक्त किये। उन्होने जल संरक्षण की महत्ता प्रतिपादित करते हुए आव्हान किया कि बूंद बूंद जल संरक्षण वर्तमान समय की प्रमुख आवष्यकता है ।
इस मौके पर चन्देरिया स्मेल्ंिटग कॉम्प्लेक्स के लोकेषन हेड सीएसआर मेहता ने पर्यावरण के विभिन्न तत्वो की सात्विक व्याख्या प्रस्तुत करते हुए कहा कि पर्यावरण सरंक्षण को हमें आत्मसात करना होगा। उन्होंने पर्यावरण संकट एवं उसके समाधानो को विस्तार से समझाते कहा कि हम अपने दैनिक जीवन में ऐसा आचरण करे जिससे पर्यावरणीय संतुलन बना रहें। औद्योगिक पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए उन्होने कहा कि उत्पादन के साथ-साथ पर्यावरण सरंक्षण,स्वास्थ्य एवं सुरक्षा गुणवत्ता अति आवश्यक है।
मजदूर संघ के वरिष्ठ सचिव घनष्याम सिंह राणावत ने पर्यावरणीय संकटो पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि आज जनसंख्या विस्फोट ने पर्यावरण को असन्तुलित कर दिया है अतः लोगो को जागरूक एवं षिक्षित होने की आवश्यक है । प्रकृति का दोहन एवं विकास पर्यावरण के असन्तुलन की कीमत पर नही होना चाहिए। इस विचार गोष्ठी में हाइड्रो ईकाई प्रमुख अखिलेष शुक्ला ने कहा कि चन्देरिया स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स पर्यावरण,स्वास्थ्य,सुरक्षा एवं गुणवत्ता के प्रति सदैव वचनबद्ध एवं सजग रहा है। उत्पादन के साथ साथ विष्वस्तरीय पर्यापवरण मानको का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करने के प्रति प्रयासरत है।
इस अवसर पर सह महाप्रबंधक पर्यावरण के एस गौड ने विगत पांच वर्षो में चन्देरिया लेड जिंक स्मेल्टर द्वारा किए गए विभिन्न पर्यावरण सरंक्षण के उपायो को विस्तार से बताते हुए कहा कि इन वर्षो में 50 हजार से अधिक वृक्षारोपण किया गया। पर्यावरण सुधार के लिए किए गये कार्यो के लिये विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुए है। उन्होने कार्यशाला मे आए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हमें आज यह संकल्प लेना होगा कि पर्यावरण के प्रति हम सचेत रहते हुए कार्य करें। उन्होंने पर्यावरण के प्रति प्रतिष्ठान की प्रतिबद्धता और इस दिषा में किए जा रहे उपायो व इससे संबंधित उपकरणो की जानकारी दी।
विचार गोष्ठी के अवसर पर मुख्य अतिथि नवीन व्यास ने सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ पौधरोपण कर किया । विष्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में चन्देरिया स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स में निबंध,स्लोगन,पोस्टर,क्विज प्रतियोगिताए आयोजित की गई जिसमें संस्थान के अधिकारियों,कर्मचारियों,बच्चो एवं महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। विजेताओं को अतिथियो द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के उपायो हेतु फोल्डर का विमोचन किया गया साथ ही बच्चो द्वारा बनाई गई पर्यावरण सरंक्षण चित्रो एवं पोस्टर का प्रदर्षन भी किया गया। कार्यक्रम में पर्यावरण अभियन्ता विनय कट्टा सहित ,अधिकारी,कर्मचारी उपस्थित थे। धन्यवाद बी के सिंह ने दिया कार्यक्रम का संचालन डॉ चेतन खमेसरा ने किया।
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