चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभानसिंह आक्या ने पेंशनर्स समाज से आग्रह किया कि वे समाज के पथ प्रदर्शक के रूप में मार्गदर्शन करते हुए न केवल उनकी समस्याओं वरन् क्षेत्र की समस्याओं से भी समय-समय पर अवगत कराते हुए सुझाव दे ताकि उनके अनुसरण में क्षेत्र और जिले का सर्वांगीण विकास हो सके।
आक्या गुरूवार को द्वारिकाधाम में राजस्थान पेंशनर्स समाज के 38वें जिला अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने 38वें पेंशनर्स दिवस पर स्वयं को बुर्जुगों का बेटा स्वीकार करते हुए अपनी और से आतिथ्य का आमंत्रण दिया वहीं जिले के समस्त जन प्रतिनिधियों की और से भी अधिवेशन की सफलता और पेंशनर्स के स्वस्थ एवं दीर्घायु होने की कामना की। उन्होंने कहा कि पेंशनर्स समाज की किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो तो वे उन्हें अवगत करावे ताकि स्थानीय एवं राज्य स्तर पर उनका समय पर निस्तारण कराया जा सके।
अधिवेशन की अध्यक्षता प्रतापगढ़ पेंशनर्स समाज जिलाध्यक्ष कृष्णचन्द पंचोली ने करते हुए प्रतापगढ़ जिले में पेंशनर्स द्वारा चलाये जा रहे पर्यावरण अभियान एवं समाज सेवा के अन्य कार्यो से अवगत कराया। विशिष्ट अतिथि के रूप में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डाॅ. सुशील लड्ढ़ा में अधिवेशन में पेंशनर्स की उपस्थिति को उनकी सक्रियता एवं आनन्द का प्रतीक बताते हुए कहा कि पेंशनर्स समाज एक बड़ा संगठन है जो गाँव-गाँव में रहकर समाज के कल्याण के साथ-साथ सरकार की कई योजनाओं के बेहतर क्रियान्यवन में भागीदार बन सकते है। उन्होंने बाल कल्याण अधिनियम की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि विगत ढ़ाई वर्ष में नाबालिग बालिकाओं के साथ हुए अत्याचारो में 27 प्रकरणों का समझाईश के साथ निस्तारण किया गया है वहीं घर से भागने वाले बालक-बालिकाओं को संरक्षण एवं आर्थिक सहायता दी जा रही है।
पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवीलाल चावत ने कहा कि जीवन में सफलता के लिए तकदीर, तदबीर एवं तकनीक की आवश्यकता है वहीं प्रत्येक व्यक्ति को काम दाम और नाम से समाज में उल्लेखनीय प्रयास करने चाहिए उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी बुर्जुगों की संगति करे तो बुर्जुगों की एक-एक जुर्री से उन्हें हजार अनुभव मिल सकते है। वहीं कांपते हाथ, हिलती गर्दन और मुर्झाया हुआ चेहरा देखकर उगते सूरज के साथ ढ़लते सूर्य की अनुभूति से वे जीवन में बहुत कुछ कर पायेगें।
पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील कुमार झां ने पेेंशनर्स को जीवन में स्वस्थ एवं प्रसन्न रहने की सलाह देते हुए कहा कि हमें विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक चित्तौड़गढ़ दुर्ग तथा यहां के इतिहास से प्रेरणा लेकर समाज को नई दिशा देनी चाहिए। प्रारंभ में जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण दशोरा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि ईश्वर पेंशनर्स समाज द्वारा नई परम्परा शुरू कर तन-मन-धन समर्पण कर मूल्यांकन करते हुए पेंशनर्स रत्न एवं पेंशनर्स गौरव के रूप में सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में चित्तौड़गढ़ जिला ही ऐसा है जहां कार्यदिवसों में पूरे समय में पेंशनर्स की सेवा के लिए कार्यालय खुला रहता है।
उपाध्यक्ष बंसतीलाल जैन ने आंगन्तुको का स्वागत करते हुए पेंशनर्स का आव्हान किया है कि वे युवाओं का मार्गदर्शन कर उनका जीवन संवारे वहीं त्याग और सेवा भाव से अपने जीवन को आनन्दमयी बनाए।
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