जौहर स्मृति संस्थान की बैठक जौहर श्रद्धांजलि समारोह के संबंध में रविवार को अध्यक्ष उम्मेदसिंह धौली की अध्यक्षता में हुई।
अध्यक्ष धौली ने बताया कि आगामी जौहर श्रद्वाजंलि समारोह चैत्र कृष्णा एकादशी 11 मार्च को मनाया जाएगा। संस्थान के महामंत्री तेजपालसिंह शक्तावत ने बताया कि संस्थान की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संस्थान का प्रतिनिधिमंडल मेवाड़ राजघराने के महेन्द्रसिंह मेवाड़ व निरूपमाकुमारी से मार्गदर्शन लेने गया। महेन्द्रसिंह मेवाड़ ने जौहर श्रद्धांजलि समारोह में आने की स्वीकृति दी।
धर्मगुरू के रूप में आचार्य जगदगुरू अग्रदेवाचार्य पीठाधीश्वर डा. स्वामी राघवाचार्य वेदांति, रेवासा धाम सीकर, राजेन्द्रसिंह चिब, चिकित्सा, शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, युवा मामलात और खेलमंत्री जम्मू कश्मीर की स्वीकृतियां प्राप्त हो गई है। संस्थान के कोषाध्यक्ष नरपतसिंह भाटी ने आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उपखंड अधिकारी अमरसिंह कानावत, प्रो. सुशीला लढा, संयुक्त मंत्री कानसिंह सुवावा ने विचार रखे। भीलवाड़ा से रघुवीरसिंह शक्तावत, गजेन्द्रसिंह दौलतगढ़, सज्जनसिंह खींची, संग्रामसिंह कटार, गंगासिंह राठौर, गणपतसिंह रासेड, नारायणसिंह होलिये औरंगाबाद, उम्मेदसिंह डाबर टोंक, अमरसिंह झाला बदराणा उदयपुर, इंद्रसिंह चूंडावत, दलपतसिंह पारडी, महिपालसिंह राजसमंद, नरेन्द्रसिंह पंवार रतलाम, कानसिंह ओछड़ी, दलपतसिंह तिलोली, शैतानसिंह नरधारी, लक्ष्मणसिंह खोर, हर्षवर्धनसिंह रूद, निर्मलसिंह राठौड़, विजयसिंह झाला, भंवरसिंह नेतावलगढ़, नाहरसिंह चित्तौड़ीखेड़ा, भूपतसिंह पुठोली, केसरसिंह रायती, प्रेमसिंह राणावत, रणजीतसिंह सोकिया, मदनसिंह सिसोदिया, नाहरसिंह प्रतापगढ़, भगवानसिंह मकनपुरा, लालसिंह अमराणा, मंगलसिंह आदि कार्यकार्यकारिणी सदस्य के रूप में मौजूद थे। संस्थान के उपाध्यक्ष तख्तसिंह फाचर सौलंकी ने आभार जताते हुए संस्थान के तकनीकी सहायक गणपतसिंह चौहान के निधन पर श्रद्धांजलि दी गई। इधर, बैठक में समारोह के तहत निकलने वाली शोभायात्रा को भव्य रूप देने पर भी विचार किया गया।
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