
चित्तौड़गढ़। शिक्षक देश का निर्माता है उक्त विचार विधायक सुरेन्द्रसिंह जाड़ावत ने कुम्भानगर स्थित श्यामाप्रसाद मुखर्जी बेडमिन्टन हॉल में राजस्थान शिक्षक संघ (एकीकृत) के दो दिवसीय प्रान्तीय अधिवेशन में अतिथियों के साथ सरस्वती के द्वीप प्रज्ज्वलन के पश्चात उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
विधायक जाड़ावत ने अपने उद्बोधन में कहा कि बालक की अभिरूचि को केन्द्रीत करते हुए शिक्षण की विधा से लाभान्वित करवें। जिससे बालक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अर्जित कर सर्वांगीण विकास कर सके। अधिवेशन अध्यक्ष समाज सेवा एवं उद्योगपति राजाराम मिल ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक संगठन अच्छी सोच के साथ आगे बढ़कर सामाजिक सरोकारों के युक्त कार्य करें और विद्यालयों में नामांकन अभिवृद्धि के साथ ठहराव सुनिश्चित करने के प्रयास शुरू किए जाएं। विशिष्ट अतिथि एवं जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष पियूष त्रिवेदी ने शिक्षा के साथ-साथ मिड-डे-मिल एवं सर्वशिक्षा मदों का उपयोग खेल शिक्षा की ओर लगाए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोकसिंह ने कहा कि संगठन सदैव कर्तव्यनिष्ठ रहकर हकों की प्राप्ती के लिए तैयार रहने को संकल्पित रहा है। समारोह में नगरपालिका अध्यक्ष गीतादेवी योगी विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन थी। जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए उपशाखा चित्तौड़गढ़ के सत्यनारायण ओझा, मुकेश खटीक, रतनलाल सोनी, संजय जैन, संरक्षक चांदमल पण्डिया, छीतरमल छीपा, प्रदेश संयुक्त सचिव माधवलाल तेली, रेणुका भट्ट आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रदेश प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा, प्रदेश कोषाध्यक्ष नन्दकिशोर शर्मा, प्रदेश सभाध्यक्ष सुरेश टेलर, उदयपुर जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह शक्तावत ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन ललित देव शर्मा व अखिलेश श्रीवास्तव ने किया। जिलामंत्री राजेश दमामी ने आभार प्रकट किया।
’’बिना गुरू के ज्ञान असंभव’’ - शर्मा
’’बिना गुरू के ज्ञान असंभव है।’’ उक्त विचार राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ (एकीकृत) के मुख्य सलाहकार अशोक शर्मा ने शिक्षक संघ (एकीकृत) के दो दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन में समापन के अवसर पर कुंभानगर स्थित डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी बैड़मिंटन हॉल में मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
उन्होंेने कहा कि गुरू से ही देश का विकास संभव है। शर्मा ने इस अवसर पर महासंघ द्वारा कर्मचारियों के हितों के लिये किये जा रहे प्रस्तावों की जानकारी देते हुए शैक्षिक सम्मेलनों का महत्व बताया। अध्यक्षता कर रहे संगठन के प्रदेशाध्यक्ष त्रिलोकसिंह ने शिक्षकों से कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने अधिकारों के प्रति संघर्ष के लिये एकजुट होने का आव्हान किया। प्रदेशाध्यक्ष सिंह ने शिक्षक, शिक्षा एवं शिक्षार्थियों के हितार्थ समय-समय पर संगठन के माध्यम से राज्य सरकार को दिये गये ज्ञापन एवं परस्पर संवाद से परिणामों की जानकारी देते हुए व्यापक चर्चा कर प्रस्तावों की जानकारी दी।
अधिवेशन में प्रदेश संयुक्त सचिव माधव लाल तेली, प्रदेश प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा, प्रदेश सभाध्यक्ष सुरेश टेलर, प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदकिशोर शर्मा, प्रदेश महामंत्री राजेश पाल, उदयपुर जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह शक्तावत, प्रदेश उपाध्यक्ष तेजशंकर चैबीसा, प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यनारायण पुरोहित, जिला सभाध्यक्ष अब्दुल खालिद कुरैशी, महिला उपाध्यक्ष रेणुका भट्ट, जिला महामंत्री राजेश दमामी, चित्तौड़गढ़ उपशाखा अध्यक्ष सत्यनारायण ओझा, गंगरार उपशाखा अध्यक्ष मुकेश खटीक, उपाध्यक्ष छीतरमल छीपा, जिला खेल मंत्री राधेश्याम खटीक, संगठन मंत्री संजय जैन, बहादुर सिंह, गोपाल सिंह, कार्यालय मंत्री सत्यनारायण खटीक, संगठन मंत्री रामनिवास खटीक, संरक्षक चांदमल पाण्डिया एवं जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा ने भी प्रस्तावों पर चर्चा कर विचार व्यक्त किये।
प्रदेश प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा ने बताया कि अधिवेशन में सर्व सम्मति से ग्यारह प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया जिनमें प्रमुखतया राज्य के शिक्षकों को केन्द्र के अनुरूप 01 जनवरी 2006 से छठां वेतनमान देने, पंचायती राज में कार्यरत मृतक शिक्षकों के आश्रितों को तत्काल अनुकम्पात्मक नियुक्ति देने, शैक्षिक मापदण्ड़ों एवं राज्य सरकार द्वारा उच्च न्यायालय के निर्देश पर गठित मंगल बिहारी समिति की सिफारिशों की पालना कर समानीकरण करने, उ. प्रा. वि. के प्रधानाध्यापकों को आहरण एवं वितरण के अधिकार प्रदान कर विशेष वेतन भत्ता 500 रूपये प्रतिमाह करने, प्रत्येक प्रा. वि. व उ. प्रा. वि. में शारीरिक शिक्षकों का पद सृजित कर नियुक्ति के साथ ही समयबद्ध पदोन्नति की प्रक्रिया भी अपनाई जाने तथा विधवा एवं परित्यक्ता के लिये राज्य सरकार द्वारा पारित समयावधि को लेकर जारी आदेश की सख्ती से पालना कराई जाने सहित कई प्रस्ताव पारित किये गये। अतिथियों का स्वागत जिलाध्यक्ष शर्मा, संजय जैन, जिला महामंत्री राजेश दमामी, चित्तौड़गढ़ उपशाखा अध्यक्ष सत्यनारायण ओझा, गंगरार उपशाखा अध्यक्ष मुकेश खटीक एवं जिला खेल मंत्री राधेश्याम खटीक आदि ने किया जबकि आभार की रस्म जिला सभाध्यक्ष अब्दुल खालिद कुरैशी ने अदा की।
विधायक जाड़ावत ने अपने उद्बोधन में कहा कि बालक की अभिरूचि को केन्द्रीत करते हुए शिक्षण की विधा से लाभान्वित करवें। जिससे बालक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अर्जित कर सर्वांगीण विकास कर सके। अधिवेशन अध्यक्ष समाज सेवा एवं उद्योगपति राजाराम मिल ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक संगठन अच्छी सोच के साथ आगे बढ़कर सामाजिक सरोकारों के युक्त कार्य करें और विद्यालयों में नामांकन अभिवृद्धि के साथ ठहराव सुनिश्चित करने के प्रयास शुरू किए जाएं। विशिष्ट अतिथि एवं जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष पियूष त्रिवेदी ने शिक्षा के साथ-साथ मिड-डे-मिल एवं सर्वशिक्षा मदों का उपयोग खेल शिक्षा की ओर लगाए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रदेश अध्यक्ष त्रिलोकसिंह ने कहा कि संगठन सदैव कर्तव्यनिष्ठ रहकर हकों की प्राप्ती के लिए तैयार रहने को संकल्पित रहा है। समारोह में नगरपालिका अध्यक्ष गीतादेवी योगी विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन थी। जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा ने स्वागत भाषण देते हुए उपशाखा चित्तौड़गढ़ के सत्यनारायण ओझा, मुकेश खटीक, रतनलाल सोनी, संजय जैन, संरक्षक चांदमल पण्डिया, छीतरमल छीपा, प्रदेश संयुक्त सचिव माधवलाल तेली, रेणुका भट्ट आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रदेश प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा, प्रदेश कोषाध्यक्ष नन्दकिशोर शर्मा, प्रदेश सभाध्यक्ष सुरेश टेलर, उदयपुर जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह शक्तावत ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन ललित देव शर्मा व अखिलेश श्रीवास्तव ने किया। जिलामंत्री राजेश दमामी ने आभार प्रकट किया।
’’बिना गुरू के ज्ञान असंभव’’ - शर्मा
’’बिना गुरू के ज्ञान असंभव है।’’ उक्त विचार राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ (एकीकृत) के मुख्य सलाहकार अशोक शर्मा ने शिक्षक संघ (एकीकृत) के दो दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन में समापन के अवसर पर कुंभानगर स्थित डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी बैड़मिंटन हॉल में मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
उन्होंेने कहा कि गुरू से ही देश का विकास संभव है। शर्मा ने इस अवसर पर महासंघ द्वारा कर्मचारियों के हितों के लिये किये जा रहे प्रस्तावों की जानकारी देते हुए शैक्षिक सम्मेलनों का महत्व बताया। अध्यक्षता कर रहे संगठन के प्रदेशाध्यक्ष त्रिलोकसिंह ने शिक्षकों से कर्तव्य का निर्वहन करते हुए अपने अधिकारों के प्रति संघर्ष के लिये एकजुट होने का आव्हान किया। प्रदेशाध्यक्ष सिंह ने शिक्षक, शिक्षा एवं शिक्षार्थियों के हितार्थ समय-समय पर संगठन के माध्यम से राज्य सरकार को दिये गये ज्ञापन एवं परस्पर संवाद से परिणामों की जानकारी देते हुए व्यापक चर्चा कर प्रस्तावों की जानकारी दी।
अधिवेशन में प्रदेश संयुक्त सचिव माधव लाल तेली, प्रदेश प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा, प्रदेश सभाध्यक्ष सुरेश टेलर, प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदकिशोर शर्मा, प्रदेश महामंत्री राजेश पाल, उदयपुर जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह शक्तावत, प्रदेश उपाध्यक्ष तेजशंकर चैबीसा, प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यनारायण पुरोहित, जिला सभाध्यक्ष अब्दुल खालिद कुरैशी, महिला उपाध्यक्ष रेणुका भट्ट, जिला महामंत्री राजेश दमामी, चित्तौड़गढ़ उपशाखा अध्यक्ष सत्यनारायण ओझा, गंगरार उपशाखा अध्यक्ष मुकेश खटीक, उपाध्यक्ष छीतरमल छीपा, जिला खेल मंत्री राधेश्याम खटीक, संगठन मंत्री संजय जैन, बहादुर सिंह, गोपाल सिंह, कार्यालय मंत्री सत्यनारायण खटीक, संगठन मंत्री रामनिवास खटीक, संरक्षक चांदमल पाण्डिया एवं जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश शर्मा ने भी प्रस्तावों पर चर्चा कर विचार व्यक्त किये।
प्रदेश प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा ने बताया कि अधिवेशन में सर्व सम्मति से ग्यारह प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया जिनमें प्रमुखतया राज्य के शिक्षकों को केन्द्र के अनुरूप 01 जनवरी 2006 से छठां वेतनमान देने, पंचायती राज में कार्यरत मृतक शिक्षकों के आश्रितों को तत्काल अनुकम्पात्मक नियुक्ति देने, शैक्षिक मापदण्ड़ों एवं राज्य सरकार द्वारा उच्च न्यायालय के निर्देश पर गठित मंगल बिहारी समिति की सिफारिशों की पालना कर समानीकरण करने, उ. प्रा. वि. के प्रधानाध्यापकों को आहरण एवं वितरण के अधिकार प्रदान कर विशेष वेतन भत्ता 500 रूपये प्रतिमाह करने, प्रत्येक प्रा. वि. व उ. प्रा. वि. में शारीरिक शिक्षकों का पद सृजित कर नियुक्ति के साथ ही समयबद्ध पदोन्नति की प्रक्रिया भी अपनाई जाने तथा विधवा एवं परित्यक्ता के लिये राज्य सरकार द्वारा पारित समयावधि को लेकर जारी आदेश की सख्ती से पालना कराई जाने सहित कई प्रस्ताव पारित किये गये। अतिथियों का स्वागत जिलाध्यक्ष शर्मा, संजय जैन, जिला महामंत्री राजेश दमामी, चित्तौड़गढ़ उपशाखा अध्यक्ष सत्यनारायण ओझा, गंगरार उपशाखा अध्यक्ष मुकेश खटीक एवं जिला खेल मंत्री राधेश्याम खटीक आदि ने किया जबकि आभार की रस्म जिला सभाध्यक्ष अब्दुल खालिद कुरैशी ने अदा की।
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