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स्टंट आर्ट को ही बढ़ावा क्यों नहीं ?




जहां लोग फिल्मों में स्टंट्स को देखकर उन्हें काफी सराहते हैं वहीं यह कला “भारत  में प्रोत्साहन को तरस रही है। देशभर में कितनी ही प्रतिभाऐ छिपी पड़ी हैं जो इस कला में पारंगत हैं मगर बिना प्रोत्साहन के यह कला सभी के सामने नहीं आ पा रही है। शहर में ही कितने ही ऐसे युवा है जो दोपहिया वाहनों पर ऐसे हैरतअंगेज कारनामें कर सकते हैं जिन्हें देखकर हर कोई दांतों तले अंगुली दबा ले।
जहां विदेशों में इन खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं भारत में स्टंट्स की कला के लिये कोई आगे नहीं आ रहा है। अन्य देशों में जहां इस कला को एक खेल के रुप में अपनाया जा चुका है, वहीं भारत में अभी भी इसे खेल के रुप में मान्यता प्राप्त नहीं हुई है क्योंकि हमारे देश में ऐसे खेलों को खतरे का खेल कहा जाता है, इस कारण जो युवा इस खेल को पेशे के रूप में शामिल करना चाहते है वो भी अपने घरवालों और प़ड़ोसियों के डर की वजह से खुल के सामने नहीं आ पाते। लगभग 10 वर्ष पहले भारत में आया यह खेल आजकल महानगरों के दायरों के तोड़ कर छोटे शहरों की और भी तेजी से बढ़ा है दिल की धड़कनो को तेज करने वाला यह खेल आज युवाओं का पसंदीदा खेल बनता जा रहा है। ऐसे ही कुछ जांबाज युवा चित्तौड़ शहर में भी हैं जिनका कहना है कि अगर स्टंट्स को सावधानी व पूर्ण सुरक्षा के साथ किया जाए तो इसमें डर वाली कोई बात नहीं हैं। खतरा तो हर खेल में होता है, इससे खेल को रोका तो नहीं जा सकता।
स्टंट्स के लिये पेशेंस, बैलेंस और स्कील की जरूरत है। अगर ये चीजें किसी के पास है तो वह आसानी से स्टंट्स सीख सकता है और कर सकता है। इस खेल को डर की नजर से देखने की जगह कला के तौर पर आंका जाए तो भारत स्टंट्स की दुनिया में तहलका मचा सकता है जिसके लिये आज के युवा तैयार है। जरूरत है तो सिर्फ प्रशासन के द्वारा इस कला को प्रोत्साहित करने की।
देश में कई तरह के स्टंट्स किये जाते हैं जैसे कार स्टंट्स, बाइक स्टंट्स आदि। बाइक स्टंट्स वर्तमान में युवाओं का सबसे पसंदीदा खेल बनता जा रहा है जिसके लिये कई ग्रुप तैयार हैं।
हवा में लहराती बाइक पर कलाबाजी करते युवाओं को देखकर अन्य युवा भी अपने आप प्रोत्साहित हो रहें हैं तो ऐसे में प्रशासन को इस कला की ओर ध्यान देकर एक खेल के रूप में शामिल किया जाना चाहिये। चित्तौड़गढ़ शहर में भी ट्रेफिक रेशर्स नाम से एक बाइकर्स ग्रुप है जिसका कहना है कि गलत तरीके से खेला जाने वाला हर खेल खतरनाक होता है फिर चाहे वह क्रिकेट हो या फुटबॉल। स्टंट भी एक कला है जिसको सेफ्टी किट के साथ खेला जाए तो इसमें भी कोई खतरा नहीं है। इसके लिये बेक गार्ड, हेलमेट, नी गार्ड आदि सेफ्टी आयटम होते हैं जिसकी वजह से दुर्घटना का डर कम हो जाता है।
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