निम्बाहेड़ा 22 अक्टूबर/मेवाड़ के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ पर शारदीय नवरात्रि में बीज त्रयात्मक बगला मुखी शतचंडी व बगला गायत्री के जाप अनुष्ठान के बाद अष्टमी की रात्रि को आयोजित मां पीताम्बरा के यज्ञ के साथ ही नवरात्रि अनुष्ठान सम्पन्न हो गये। वेदपीठ के प्रवक्ता ने बताया कि द्वादश वर्षीय संकल्प के अनुसार 11वें वर्ष बगला
मुखी की मांत्रिक साधना के रूप में यह अनुष्ठान किया गया। जिसके लिये ऋषि भवन को पीत पर्दे लगाकर पीत स्वरूप दिया गया था, वहीं अनुष्ठान में भाग लेने वाले आचार्य, बटुक एंव कल्याण भक्त भी नौ दिनों तक पीत वस्त्र धारण करते हुए पीले रंग का भोजन ही ग्रहण किया। नवरात्रि में बगला मुखी गायत्री के अर्धपुरूष चरण यानि 12 लाख मंत्रो का जाप तथा इनके दशवांश हवन के रूप में बुधवार रात्रि को नौ कुण्डीय यज्ञ किया गया जिसमें यजमानों द्वारा गौघृत साकल्य, पीली सरसों, हल्दी, पीले फूल की आहुतियां मंत्रोच्चार के साथ दी गई। इस दौरान वेदपीठ पर बिराजित ठाकुर श्री कल्लाजी सहित पंच देवों की प्रतिमाओं का मनभावन श्रृंगार लोगों के लिये आकर्षण का केंद्र रहा। नवरात्रि के दौरान देश के विभिन्न क्षेत्रों से हजारांे श्रृद्धालु अपने आराध्य ठाकुर जी के दर्शनाथ पहुंच
Blogger Comment
Facebook Comment