चित्तौड़गढ। श्रीमद् भागवत महापुराण में गोपियों द्वारा अपने आराध्य श्री कृष्ण के साथ वृंदावन में किये गये, महारास का उल्लेख आज भी जन मानस को बरबस ही आकर्षित करता है। इसी भावना के साथ गिरधर गोपाल की प्रमुख आराध्या भक्त शिरोमणि मीरा की स्मृति में मीरा स्मृति संस्थान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय मीरा महोत्सव के अंतिम दिन गुजरात और राजस्थान के लोकनर्तकों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों से आयोजन स्थल वृंदावन धाम लघु महारास का साक्षी बन गया। वहीं गरबा, डांडिया और गैर त्रिविध नृत्य के साथ भव्य मीरा महोत्सव भी सम्पन्न हो गया। मंगलवार रात्रि को शरद पूर्णिमा की धवल चांदनी में आयोजित गरबा-डांडिया रास एंव गैर
नृत्य समारोह विधायक चंद्रभान सिंह आक्या, मार्बल औद्योगिक संस्थान अध्यक्ष विपिन लड्ढा, सभापति सुशील शर्मा, उपसभापति भरत जागेटिया, नगर अध्यक्ष नरेंद्र पोखरना व प्रधान प्रवीण सिंह राठौड़़ के आतिथ्य में आयोजित किया गया। जिसमंे चामुंडा रास मण्डल जामनगर गुजरात के कलाकारों ने गणेश वंदना करते हुए नृत्य महोत्सव की शुरूआत की। वहां के कलाकारों ने अपने ही अंदाज में जन्माष्टमी पर किया जाने वाला डांडिया रास, मणिहारा रास तथा ढाल तलवारों के साथ गरबा रास की प्रस्तुति देते हुए दर्शकों को गुजरात की प्रसिद्ध गरबा संस्कृति से रूबरू कराया। वहीं संस्थान की ओर से स्थानीय डांडिया रास दलों को आमंत्रित करने पर शहर के गुजराती मोची समाज की
गरबा नृत्य प्रस्तुति के साथ ही जिला महेश्वरी महिला मण्डल, नवदुर्गा नृत्य मण्डल, इम्पिरियल क्लब हिंदुस्तान जिंक सहित अन्य दलों ने भावपूर्ण डांडिया रास की प्रस्तुति देते हुए दर्शकों की खूब तालियां बटौरी। इसी प्रकार जालौर के शांतिलाल चैधरी के नेतृत्व में आयें गैर नृत्य दल के कलाकारों ने हाथ में लाठिया लिये ढोल की थाप व पारम्परिक वाध्ययंत्रो की धून पर राजस्थानी वेशभूषा में गैर नृत्य की प्रस्तुति देकर वातावरण को फागूनी बनाने में कोई कोर कसर नहीं रखी। महोत्सव के समापन अवसर पर संस्थान तथा सर्वोदय साधना संघ की ओर से निबंध प्रतियोगिता के वरिष्ठ वर्ग में लक्ष्मी नारायण भारद्वाज को प्रथम, महेंद्र कुमार जैन को द्वितीय व लाजवंति खटवानी को
तृतीय, कनिष्ठ वर्ग में मनोज खोईवाल को प्रथम, लक्ष्मण सिंह मीणा को द्वितीय, सामान्यज्ञान प्रतियोगिता के वरिष्ठ वर्ग में रतनलाल खोईवाल प्रथम, हरीश बारेठ द्वितीय, अनुराधा पोरवाल तृतीय तथा कनिष्ठ वर्ग में सुधायुक्ति चूण्डावत को प्रथम तथा यश पगारिया को द्वितीय आने पर अतिथियों द्वारा पुरूस्कृत किया गया। वहीं मीरा महोत्सव में उल्लेखनीय योगदान करने वालों को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर एक बाल कलाकार तथा लखनउ के कवि वेदव्रत वाजपेयी को भी सम्मानित किया गया। प्रारम्भ में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर मीरा की छवीं पर माल्यार्पण किया गया तथा संस्थान अध्यक्ष भंवर
लाल सिसोदिया, सचिव एस एन समदानी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान एंव महोत्सव के सम्बन्ध में जानकारी दी। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद दर्शको ने लघु महारास के विविध आयोजनों को भरपूर आनंद उठाया। संस्थान अध्यक्ष एंव सचिव ने महोत्सव की सफलता के लिये जिला एंव पुलिस प्रशासन, नगर परिषद, मीडिया, विभिन्न समितियों के सदस्यों, संस्थान के न्यासियों एंव समस्त मीरा भक्तों के प्रति आभार प्रकट किया है।
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