चित्तौड़गढ़। केन्द्रीय ग्रामाीण विकास एवंपंचायतीराज मंत्री डा. सी.पी. जोशी ने कहाकि राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी स्कीम केतहत ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार कार्यचला कर अधिकाधिक लोगों को रोजगारउपलब्ध कराया जाए।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराजमंत्री डा. जोशी ने यह बात चितौड़गढ़ प्रवासके अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुएकही। उन्होंने कहा कि पहले अकाल के तहतही ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य चला कर लोगों कोरोजगार उपलब्ध कराया जाता था किन्तु अब नरेगा के तहत वर्षपर्यन्त किसी भी व्यक्ति द्वारा रोजगार के लिएआवेदन करने पर उसे निर्धारित अवधि में आवश्यक रूप से रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होने कहा कि देश की 2 लाख 50 हजार ग्राम पंचायतों में नरेगा के तहत कार्य चलाये जाकर ग्रामीण क्षेत्र केप्रत्येक परिवार के सदस्यो को आवश्यकतानुरूप 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है । उन्होने कहाकि नरेगा के तहत चल रहे प्रत्येक कार्य के लिए श्रमिक एवं सामग्री मद राशि का अनुपात निर्धारित है जिसकेतहत श्रमिक मद में अधिक धन राशि व्यय की जाती है।
उन्हांेने जनप्रतिनिधियों व मीडिया से आग्रह किया कि वे नरेगा के तहत चल रहे कार्यो की गुणवत्ता के प्रतिजागरूक रहें और इसके प्रति सकारात्मक सहयोग करें। उन्होंने कहा कि नरेगा अधिनियम की अनुपालना औरबेहतर क्रियान्विति के लिए और अधिक सुदृढ़ प्रयास किये जा रहे है।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री ने कहा कि ग्रीष्म ऋतु के कठिन समय में आम जन को पर्याप्तपेयजल सुलभ कराने के लिए पुख्ता व्यवस्था की गई है तथा इस कठिन समय में केन्द्र एवं राज्य सरकार मिलकर जनता को पेयजल सम्बन्धी सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर डा. आरूषी ए. मलिक ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री को जिले मेंनरेगा के तहत चल रहे कार्यों एवं नियोजित श्रमिकों के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी परिवारके व्यक्ति द्वारा नरेगा के तहत रोजगार के लिए आवेदन करने पर उसे निर्धारित समय में रोजगार उपलब्ध करायाजा रहा है। क्षेत्रीय विधायक सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री से और अधिकअकाल राहत एवं नरेगा कार्य प्रारंभ किये जाकर अधिक लोगों को रोजगार सुलभ कराने का आग्रह किया।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराजमंत्री डा. जोशी ने यह बात चितौड़गढ़ प्रवासके अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुएकही। उन्होंने कहा कि पहले अकाल के तहतही ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य चला कर लोगों कोरोजगार उपलब्ध कराया जाता था किन्तु अब नरेगा के तहत वर्षपर्यन्त किसी भी व्यक्ति द्वारा रोजगार के लिएआवेदन करने पर उसे निर्धारित अवधि में आवश्यक रूप से रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होने कहा कि देश की 2 लाख 50 हजार ग्राम पंचायतों में नरेगा के तहत कार्य चलाये जाकर ग्रामीण क्षेत्र केप्रत्येक परिवार के सदस्यो को आवश्यकतानुरूप 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है । उन्होने कहाकि नरेगा के तहत चल रहे प्रत्येक कार्य के लिए श्रमिक एवं सामग्री मद राशि का अनुपात निर्धारित है जिसकेतहत श्रमिक मद में अधिक धन राशि व्यय की जाती है।
उन्हांेने जनप्रतिनिधियों व मीडिया से आग्रह किया कि वे नरेगा के तहत चल रहे कार्यो की गुणवत्ता के प्रतिजागरूक रहें और इसके प्रति सकारात्मक सहयोग करें। उन्होंने कहा कि नरेगा अधिनियम की अनुपालना औरबेहतर क्रियान्विति के लिए और अधिक सुदृढ़ प्रयास किये जा रहे है।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री ने कहा कि ग्रीष्म ऋतु के कठिन समय में आम जन को पर्याप्तपेयजल सुलभ कराने के लिए पुख्ता व्यवस्था की गई है तथा इस कठिन समय में केन्द्र एवं राज्य सरकार मिलकर जनता को पेयजल सम्बन्धी सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर डा. आरूषी ए. मलिक ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री को जिले मेंनरेगा के तहत चल रहे कार्यों एवं नियोजित श्रमिकों के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी परिवारके व्यक्ति द्वारा नरेगा के तहत रोजगार के लिए आवेदन करने पर उसे निर्धारित समय में रोजगार उपलब्ध करायाजा रहा है। क्षेत्रीय विधायक सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री से और अधिकअकाल राहत एवं नरेगा कार्य प्रारंभ किये जाकर अधिक लोगों को रोजगार सुलभ कराने का आग्रह किया।
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