अपने जीवन में घटित घटना से प्रेरित होकर विगत लगभग 2 वर्षों सेपॉलीथीन मुक्ति अभियान चला रही चित्तौड़गढ़ शहर की रहने वाली 10 वर्षीय नन्ही बालिका दिव्या जैन का प्रयास, लगन, निष्ठा, होंसला वमेहनत रंग लाई, जब राज्य सरकार ने 1 अगस्त 2010 से राज्य मेंपॉलीथीन पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। राजस्थानके कई जिलों व कस्बों में घूम-घूम कर पॉलीथीन की थैलियों केदुष्प्रभाव बताकर पॉलीथीन के प्रयोग को बंद करने का संदेश देने केसाथ-साथ स्वयं के खर्चे से बनाए गए कपड़े के थैले बांटने वाली, लोगोंसे संपर्क कर पॉलीथीन को उपयोग में नहीं लेने के शपथ पत्र भरवानेवाली नन्ही बालिका सुश्री दिव्या जैन की खुशी का कोई ठिकाना नहींहै। वह राज्य सरकार के निर्णय से काफी प्रसन्न है क्योंकि अपनेमिशन के लिये लगातार प्रयासरत रही दिव्या जैन को आखिर अबजाकर सफलता मिली है। दिव्या जैन ने इसके लिये महामहिमराज्यपाल, मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, वन एवं पर्यावरण मंत्री तथा गृहमंत्री शांति धारीवाल को धन्यवाद दियाहै।
विदित रहे कि दिव्या जैन ने 7 जनवरी 2010 को कोटा में गृहमंत्री धारीवाल से मुलाकात कर पॉलीथीन पर पूर्णप्रतिबंध की मांग की थी, साथ ही उसने मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखे और राज्यपाल को हर 15 दिन में एक पत्रलिखा। इसी प्रकार दिव्या जैन अब तक हर स्तर पर 350 से अधिक पत्र राजनेताओं, अधिकारियों, सामाजिकसंगठनों, धार्मिक गुरूओं, वरिष्ठ जनों आदि को लिख चुकी है। दिव्या जैन को उसके द्वारा लगातार किये जा रहेप्रयासों के लिये कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है तथा प्रशस्ति पत्र भी प्राप्त हुए हैं जिनमें गृहमंत्रीधारीवाल भी शामिल हैं। मासिक पत्रिकाओं ने दिव्या के कार्य को स्थान दिया है, साथ ही न्यूज चैनल व समाचारपत्रों ने दिव्या जैन को पूरा सहयोग व आशीर्वाद दिया है जिसके लिये दिव्या ने सबको धन्यवाद दिया है।
राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत, प्रबोधक शिक्षक संघ, आरपीएससी चयनित शिक्षक संघ, विवेकानंद सैकण्डरीस्कूल, अमर विकास समिति, नई धान मंड़ी, वाणिज्य संघ आदि ने दिव्या को बधाई दी है।
’’मेरे लिये यह खेल या मजाक नहीं बल्कि एक मिशन है, जिसमें मैं कामयाब रहूंगी’’
- सुश्री दिव्या जैन
विदित रहे कि दिव्या जैन ने 7 जनवरी 2010 को कोटा में गृहमंत्री धारीवाल से मुलाकात कर पॉलीथीन पर पूर्णप्रतिबंध की मांग की थी, साथ ही उसने मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखे और राज्यपाल को हर 15 दिन में एक पत्रलिखा। इसी प्रकार दिव्या जैन अब तक हर स्तर पर 350 से अधिक पत्र राजनेताओं, अधिकारियों, सामाजिकसंगठनों, धार्मिक गुरूओं, वरिष्ठ जनों आदि को लिख चुकी है। दिव्या जैन को उसके द्वारा लगातार किये जा रहेप्रयासों के लिये कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है तथा प्रशस्ति पत्र भी प्राप्त हुए हैं जिनमें गृहमंत्रीधारीवाल भी शामिल हैं। मासिक पत्रिकाओं ने दिव्या के कार्य को स्थान दिया है, साथ ही न्यूज चैनल व समाचारपत्रों ने दिव्या जैन को पूरा सहयोग व आशीर्वाद दिया है जिसके लिये दिव्या ने सबको धन्यवाद दिया है।
राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत, प्रबोधक शिक्षक संघ, आरपीएससी चयनित शिक्षक संघ, विवेकानंद सैकण्डरीस्कूल, अमर विकास समिति, नई धान मंड़ी, वाणिज्य संघ आदि ने दिव्या को बधाई दी है।
’’मेरे लिये यह खेल या मजाक नहीं बल्कि एक मिशन है, जिसमें मैं कामयाब रहूंगी’’
- सुश्री दिव्या जैन
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