नई दिल्ली , मार्च ०९ : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मैं महिलाओं के अदम्य साहस और उत्कृष्ट उपलब्धियों को सलाम करता हूं।

‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम का
लक्ष्य बालिकाओं के प्रति लोगों के दृष्टिकोण में वैचारिक परिवर्तन लाना
और बालिकाओं की शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित करना है। सुकन्या समृद्धि
योजना के ज़रिए युवतियों की शादी और शिक्षा में मदद पहुंचाई जा रही है।
मुद्रा बैंक से हजारों महिलाओं को वित्तीय आत्मनिर्भरता हासिल करने में
मदद मिलेगी।
हाल ही में पेश किए गए केन्द्रीय बजट में
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना और अटल
पेंशन योजना जैसे व्यापक सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम घोषित किए गए हैं। इन
सभी कार्यक्रमों से महिलाओं को व्यापक लाभ पहुंचेगा।
जब हम महिलाओं के प्रति अपराधों की खबरें
सुनते हैं तो हमारा सिर शर्म से झुक जाता है। महिलाओं के प्रति सभी प्रकार
के भेदभाव और अत्याचारों का खात्मा करने के लिए हमें मिल कर काम करना
होगा। सरकार ऐसे एकल-स्थल-केन्द्र स्थापित कर रही है, जो हिंसा या
दुष्कर्म की पीडि़त महिलाओं को सहायता,कानूनी सलाह और मनोवैज्ञानिक
परामर्श प्रदान करेंगे। सरकार एक मोबाइल हेल्पलाइन भी शुरू कर रही है जो
181 डायल करने वाली महिलाओं को परामर्श एवं रेफरल सेवाएं प्रदान करेगी।
अपने लक्ष्यों को मूर्त रूप प्रदान करने में मैं सभी का सहयोग चाहता हूं।
Blogger Comment
Facebook Comment