तकनीकी प्रशिक्षण द्वारा गारामीन युवाओं को सक्षम बनाने की हिन्दुस्तान जिंक की पहल सराहनीय -जिला कलक्टर
चित्तौदागड़ १५ मार्च/जिला कलक्टर रवि जैन ने कहा कि युवा वर्ग में बेराजगारी का कारण षिक्षा के अलावा विषेश तकनीकी प्रशिक्षण की कमी हैं जिसके लियें युवाओं को अपनी रूचि के अनुसार तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर जीविकोपार्जन के लिए प्रयास करने होगें । इस हेतु हिन्दुस्तान जिंक द्वारा ग्रामीण युवाओं को सक्षम बनाने की पहल सराहनीय हैं। जिला कलक्टर ने यह बात हिन्दुस्तान जिंक और आई एल एण्ड एफ एस के बीच चित्तौडगढ़ में ग्रामीण युवाओं को रोजगार से जोडने हेतु भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा परियोजना के तहत् व्यवसायिक प्रशिक्षण के अनुबंध पर हस्ताक्षर के अवसर पर कही। उन्होनें जिंक द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षैत्र में की जा रही सक्रिय भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आव्हान किया कि इस परियोजना के लिए प्रतिबद्ध सभी पक्ष अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभायें साथ ही गरीबी उन्मूलन के लिए समाज के प्रति अपने कर्तव्य को सजगता से पूर्ण करें।
कलेक्ट्रेट परिसर के समीति कक्ष मे आयोजित समारोह मे हुए अनुबंध के दौरान हिन्दुस्तान जिंक के सी एस आर विभाग सह उपाध्यक्ष अहमर सुल्तान एंव आई एल एण्ड एफ एस क्लस्टर डेवलपमेन्ट इनिशिएटिव की ओर से सह उपाध्यक्ष राजीव माथुर ने हस्ताक्षर किये। माथुर ने बताया कि अनुबंध के तहत 5 वर्षो मे चित्तौडगढ़ जिले के बीपीएल परिवार 1950 चयनित ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को उनकी रूचि अनुसार निःषुल्क व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसके तहत विभिन्न ओद्योगिक इकाईयों मे रोजगार के अवसर प्रदान किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय हिन्दुस्तान जिंक और आई एल एफ एस के सहयोग से प्रथम वर्ष में चित्तौडगढ़ जिले के 390 ग्रामीण बेरोजगार युवाओं के प्रशिक्षण पर 75 प्रतिषत राशि भारत सरकार 13 प्रतिशत राशि हिन्दुस्तान जिंक व 12 प्रतिषत राशि आई एल एण्ड एफ एस द्वारा वहन की जायेगी। राज्य के चार जिलों उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा व चित्तौड़गढ जिले के गा्रमीण क्षेत्रो में 7800 युवा इससे लाभान्वित होगें। विषेष तौर पर मेवाड क्षैत्र पर केन्द्रित इस परियोजना में 18 से 35 वर्ष के बीपीएल परिवार के चयनित गा्रमीण युवक युवतियो को प्रशिक्षण दिलाकर रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास कियें जायेंगे। इस परियोजना के तहत भीलवाडा जिले में कपडे की औद्योगिक ईकाईयों ,उदयपुर में पर्यटन से जुडे व्यवसाय,चित्तौडगढ़ में सीमेन्ट उद्योग एवं राजसमंद में मार्बल उद्योग के साथ ही युवाओं को उनकी रूचि के अनुसार वेल्डर, मेसन, डाटा ऑपरेटर, इलेक्ट्रीशियन, सहित विभिन्न व्यवसायों का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक के सीएसआर विभाग के सह उपाध्यक्ष अहमर सुल्तान ने जिंक द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षैत्र में कियें जा रहे कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि जिंक सदैव सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति कटिबद्ध हैं जिसके तहत् गा्रमीण विकास के क्षैत्र में चारों जिले के गॉवों में ऑंगनवाडी केन्द्रों,स्कूलों में कम्प्यूटर शिक्षा,स्वयं सहायता समूह के गठन एवं उन्हे रोजगार से जोडने ,गॉंवांे को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करानें के साथ ही चयनित गॉवांे को आदर्ष गॉव में परिवर्तित करने की दिषा में कार्य कर रहा है।
अनुबन्ध समारोह में अतिरिक्त जिला कलक्टर अवधेष सिंह, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र टीएस मारवाह,चन्देरिया स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स के लोकेशन हेड सीएसआर मेहता, सह महाप्रबधंक मानव संसाधन पी.के.चतुर्वेदी,वरिश्ठ उपाध्यक्ष चन्देरिया लेड जिंक स्मेल्टर मजदूर संघ के एस.के.मोड, उपस्थित थे। समारोह के अन्त में वरिश्ठ सचिव चन्देरिया लेड जिंक स्मेल्टर मजदूर संघ घनष्याम सिंह राणावत ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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