प्रजापिता ब्रह्मकुमारीज ईष्वरीय विष्वविद्यालय, आदर्ष कॉलोनी, निम्बाहेड़ा में शिव संदेष व शिव ध्वजारोहण कार्यक्रम के अन्तर्गत शिव संदेश यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें कलश यात्रा निकाली गयी। चेतन्य देवताओं की झंाकी भी सजाई गयी। इसमें राजयोगिनी
ब्रह्मकुमारी आशा बहन, अषोक नवलक्खा (पूर्व विधायक), ललित शांरदा, सोहन लाल जैन व कमलेश जी विष्व हिन्दु परिषद ने शिवध्वजारोहण किया व ध्वज के नीचे प्रतिज्ञा की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ब्रह्मकुमारी आषा बहन ने बताया की शिवरात्रि एक महान पर्व है। शिव का कलियुगी रूपी अंधयारी शत मे अवतरण होता है। जिसक यादगार मे हम शिवरात्रि मनाते है। मनुष्य आत्माएं जब बुराईयो के चक्रव्यूह में फॅंस कर दुःखी होती है। तब शिव कल्याणकारी, सबको दुःखो से छुड़ाने की लिए अवतरित होते हैं। शिव भगवान ने धरती पर आकर सर्व का कल्याण किया था, और पुनः कर रहे है। अर्थात जब अधर्म घटता हैं। सब परमात्मा आते है। कार्यक्रम में शिवली बहन, नेहा, मीना, अनीता, जतन, रेखा,। विनय, विनोद, मनोज, वाई एस राव, गोकुल, गौरीशकर, रामेष्वर, राजन, सुषील, सुमित आदि उपस्थित थे।
ब्रह्मकुमारी आशा बहन, अषोक नवलक्खा (पूर्व विधायक), ललित शांरदा, सोहन लाल जैन व कमलेश जी विष्व हिन्दु परिषद ने शिवध्वजारोहण किया व ध्वज के नीचे प्रतिज्ञा की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए ब्रह्मकुमारी आषा बहन ने बताया की शिवरात्रि एक महान पर्व है। शिव का कलियुगी रूपी अंधयारी शत मे अवतरण होता है। जिसक यादगार मे हम शिवरात्रि मनाते है। मनुष्य आत्माएं जब बुराईयो के चक्रव्यूह में फॅंस कर दुःखी होती है। तब शिव कल्याणकारी, सबको दुःखो से छुड़ाने की लिए अवतरित होते हैं। शिव भगवान ने धरती पर आकर सर्व का कल्याण किया था, और पुनः कर रहे है। अर्थात जब अधर्म घटता हैं। सब परमात्मा आते है। कार्यक्रम में शिवली बहन, नेहा, मीना, अनीता, जतन, रेखा,। विनय, विनोद, मनोज, वाई एस राव, गोकुल, गौरीशकर, रामेष्वर, राजन, सुषील, सुमित आदि उपस्थित थे।
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