15 सितम्बर, 2011 हिन्दुस्तान ज़िंक ने वर्ष 2012-13 एसैसमेंट इयर (Assessment Year) में भारत सरकार को दूसरी किस्त में 425 करोड़ रु. का एडवान्स टेक्स दिया है। यह एडवान्स टेक्स पिछले वर्ष की तुलना में 175 करोड़ रु. अधिक है। पिछले वर्ष इसी अवधि के लिए हिन्दुस्तान ज़िंक ने 250 करोड़ रु. एडवान्स टेक्स स्वरूप दिये थे। हिन्दुस्तान जिंक 2012-13 के लिए अब तक 625 करोड़ एडवान्स टेक्स के रूप में दे चुकी है ।
एडवान्स टेक्स में बढ़ोतरी उत्पादन में वृद्धि एवं कार्यकुशलता में निपुणता के परिणामस्वरूप है ।
हिन्दुस्तान जिंक, विष्व प्रसिद्ध 70 बिलियन डॉलर की वेदांता समूह की एक प्रतिष्ठित कंपनी है जिसका सन 2002 में स्टरलाइट इण्डस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा अधिग्रहण किया गया था। तत्पश्चात कंपनी की धातु उत्पादन क्षमता में पांच गुना वृद्धि हुई है। वर्ष 2002 में हिन्दुस्तान जिंक की धातु उत्पादन क्षमता 2 लाख टन थी जो कि आज बढ़कर लगभग 10 लाख टन हो गई है। कंपनी की दरीबा इकाई में 100,000 टन प्रतिवर्ष सीसा स्मेल्टर परियोजना में इस वर्ष सफलतापूर्वक उत्पादन हो जाने की संभावना है ।
राजस्थान में सिन्देसर खुर्द खदान के विस्तार के साथ ही कंपनी का वर्ष 2012 तक 500 टन चाँदी उत्पादन करने का लक्ष्य है ।
पवन ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये हिन्दुस्तान जिंक ने पवन ऊर्जा फार्मो का विस्तार किया है। यह फार्म गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु, राजस्थान और महाराष्ट्र में सितम्बर 2011 के अंत तक क्रियान्वित हो जाएंगे जिससे हिन्दुस्तान जिंक की पवन उत्पादन क्षमता 123.3 मेगावाट से बढ़कर 275 मेगावाट हो जाएगी।
हिन्दुस्तान जिंक सामाजिक कल्याण के उत्थान के लिए भी सदैव कटिबद्ध रहा है तथा प्रतिवर्ष अपनी इकाईयों के आस-पास के गांवों में समृद्धि, सामाजिक व आर्थिक विकास लाने के लिए प्रतिवर्ष 30-35 करोड़ रु. खर्च कर रहा है ।
पवन कौशिक
हैड - कार्पोरेट कम्यूनिकेशन
एडवान्स टेक्स में बढ़ोतरी उत्पादन में वृद्धि एवं कार्यकुशलता में निपुणता के परिणामस्वरूप है ।
हिन्दुस्तान जिंक, विष्व प्रसिद्ध 70 बिलियन डॉलर की वेदांता समूह की एक प्रतिष्ठित कंपनी है जिसका सन 2002 में स्टरलाइट इण्डस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा अधिग्रहण किया गया था। तत्पश्चात कंपनी की धातु उत्पादन क्षमता में पांच गुना वृद्धि हुई है। वर्ष 2002 में हिन्दुस्तान जिंक की धातु उत्पादन क्षमता 2 लाख टन थी जो कि आज बढ़कर लगभग 10 लाख टन हो गई है। कंपनी की दरीबा इकाई में 100,000 टन प्रतिवर्ष सीसा स्मेल्टर परियोजना में इस वर्ष सफलतापूर्वक उत्पादन हो जाने की संभावना है ।
राजस्थान में सिन्देसर खुर्द खदान के विस्तार के साथ ही कंपनी का वर्ष 2012 तक 500 टन चाँदी उत्पादन करने का लक्ष्य है ।
पवन ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये हिन्दुस्तान जिंक ने पवन ऊर्जा फार्मो का विस्तार किया है। यह फार्म गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु, राजस्थान और महाराष्ट्र में सितम्बर 2011 के अंत तक क्रियान्वित हो जाएंगे जिससे हिन्दुस्तान जिंक की पवन उत्पादन क्षमता 123.3 मेगावाट से बढ़कर 275 मेगावाट हो जाएगी।
हिन्दुस्तान जिंक सामाजिक कल्याण के उत्थान के लिए भी सदैव कटिबद्ध रहा है तथा प्रतिवर्ष अपनी इकाईयों के आस-पास के गांवों में समृद्धि, सामाजिक व आर्थिक विकास लाने के लिए प्रतिवर्ष 30-35 करोड़ रु. खर्च कर रहा है ।
पवन कौशिक
हैड - कार्पोरेट कम्यूनिकेशन
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