जयपुर - मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि संस्कार मनुष्य जीवन की वास्तविक पूंजी होती है, जिसके आधार पर पीढियां शिक्षा पाती हैं। बचपन में स्थापित सुसंस्कार व्यक्ति को आदर्श जीवन जीने तथा अन्य को प्रेरणा देने के काम आते हैं। ऐसे संस्कार गुरूकुल के वर्तमान स्वरूप ’’हॉस्टल जीवन’’ से बालक प्राप्त करते हैं। श्री गहलोत रविवार को नवी मुम्बई के मानसरोवर स्थित कामेठा आवासीय क्षेत्र में प्रवासी राजस्थानी मीना रांका फाउण्डेशन द्वारा निर्मित पांच मंजिला आचार्य श्री रमेश गल्र्स हॉस्टल के लोकार्पण समारोह में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे।उन्होंने भगवान महावीर के सत्य, अंहिसा, अपरिग्रह सिद्धान्तों की चर्चा करते हुए इसे मानव कल्याण की भावना से ओत- प्रोत बनाया तथा मीना फाउण्डेशन ट्रस्टियों से लोक कल्याण के कार्यो में अधिकाधिक रूचि लेने की अपील की। समारोह को सम्बोधित करते हुए त्रिपुरा के राज्यपाल डॉ. डी. वाई. पाटिल ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी बिना घमण्ड एवं दिखावे के लोक सेवा के कार्यक्रमों में हमेशा आगे रहते हैं। इसी के आधार पर इनका न केवल मानवीय बैंक खाता बल्कि देवीय बैंक खाता भी हमेशा बढता रहता है। उन्होंने राजस्थानियों को त्रिपुरा आकर भी कारोबार के साथ लोक सेवा के कार्य करने की अपरल की तथा वहां की सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं एवं विशेष छूट की योजनाओं को विस्तार से बताया। समारोह को अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के वक्ता श्री गौतम पारख संघ के अध्यक्ष श्री सुन्दरलाल दुग्गड, समाजसेवी श्री हरीसिंह रांका ने स्वागत भाषण दिया तथा गल्र्स हॉस्टल की विस्तार से जानकारी दी। इससे पहले मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने फीता काटकर गल्र्स हा।स्टल का विधिवत लोकार्पण कर अवलोकन किया। अन्त में श्री सचिन रांका ने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर राजस्थान के सूचना एवं जनसम्पर्क राज्य मंत्री श्री अशोक बैरवा के अनेक ट्रस्टों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
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