जिला प्रभारी मंत्री श्री सिंह बुधवार को जिले में आज से शुरू होने वाले ‘ प्रशासन गांवों के संग अभियान‘ के तहत चितौड़गढ़ पंचायत समिति के अभयपुरा, भदेसर पंचायत समिति के सुखवाड़ा एवं बड़ीसादड़ी पंचायत समिति के निकुंभ ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित श्वििरों को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए अभियान का शुभारम्भ किया। उन्होने कहा कि गांवों के लोगों को स्थानीय स्तर पर ही उनकी समस्याओं का निराकरण करने के लिये प्रशासन उनके द्वार आया है, जिसका उन्हैं अधिकाधिक लाभ उठाना चाहिए।
श्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है कि इन शिविरों में गांवों में रहने वाले आम ग्रामीणों की कठिनाइयों को दूर करने के लिए जनता से जुड़े विभागों के अधिकारी उनके बीच में पहुंच कर उनकी समस्याओं एवं कठिनाईयों को संवेदनशीलता से सुने और उनका मौके पर ही निराकरण करने का पूरा प्रयास करें ताकि आम ग्रामीण को तहसील, उपखण्ड एवं जिलास्तर पर अनावश्यक रूप से कार्यालयों के चक्कर नही लगाने पड़ें। उन्होने ग्रामीणों को आव्हान किया कि वे भी अपनी निजी और सार्वजनिक समस्याओं के प्रति जागरूक होकर उनका इन शिविरों में समाधान कराने के लिए आगे आएं।
जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पंचायतीराज को सुदृढ़ बनाने के लिए पंचायत विभाग को प्राथमिक शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, कृषि, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा महिला एवं बाल विकास विभाग स्थानान्तरित कर पंचायतीराज संस्थाओं को इन विभागों का सीधा नियंत्राण सौंपा है। इसलिये अब पंचायतीराज संस्थाओं के चुने हुए जनप्रतिनिधि जिला प्रमुख, जिला परिषद सदस्यों, प्रधानों , पंचायत समिति सदस्यों, सरपंचों एवं वार्ड पंचों का कर्तव्य और दायित्व है कि वे उक्त विभागों के सुचारू कार्य एवं इनकी सेवाओं के संचालन की जिम्मेदारी को वे बखूबी अंजाम देकर ग्रामीणों को इन विभागों की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का पूरा पूरा लाभ दिलाएं।
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री ने कहा कि प्रत्येक पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायतों की बैठकें निर्धारित समय पर आवश्यक रूप से हों और इन बैठकों में चुने हुए जनप्रतिनिधि भाग लेकर अपने क्षेत्रो की समस्याओं को कार्यवाही रजिस्टर में अंकित कराएं ताकि सम्बन्धित प्रधान एवं सरपंच ग्रामीणों एवं गांवों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करा सकें। उन्होने कहा कि जो जनप्रतिनिधि इन बैठकों में तीन बार लगातार अनुपस्थित रहता है तो उसके विरूद्व नियमानुसार कार्यवाही की जाए। उन्होने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे ग्राम पंचायतों के सचिवों को निर्देशित करें कि वे बैठकों की कार्यवाही विवरण की पंजिका का सुचारू रूप से संधारण करें। उन्होने कहा कि प्रदेश में पंचायतीराज संस्थाओं के करीब एक लाख 30 हजार चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं जिनकी पंचायतीराज को सुदृढ़ करने की सीधी जिम्मेदारी है । इनके प्रभावी प्रयासों से ही आम ग्रामीण को उक्त विभागों की सेवाओं एवं योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
जिला प्रभारी मंत्राी ने शिविर प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे शिविर आयोजन के दो दिवस पूर्व सभी सम्बन्धित विभागों की अग्रिम टीमें भेजें ताकि वे अपने अपने विभागों से सम्बन्धित समस्याओं को चिन्हित करने के साथ ही विभागीय योजनाओं के तहत ग्रामीणों को लाभान्वित करने हेतु उनके आवेदन पत्रा तैयार करवाये जा सकें ताकि शिविर दिवस को ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही अधिकाधिक निराकरण होने के साथ साथ ग्रामीणों को जन कल्याणकारी योजनाओं से भी लाभान्वित किया जा सकेगा।
श्री सिंह ने अभयपुरा शिविर मे ग्रामीणों द्वारा गडवाड़ा क्षेत्र में वनों की अवैध कटाई एवं खनन की शिकायत पर उन्होने मौके पर ही मण्डल वन अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि इसकी प्रभावी रोकथाम की व्यवस्था की जाए अन्यथा लापरवाही बरतने वाले सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्व कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होने ग्रामीणों द्वारा अभयपुरा पंचायत के समीप के अतिक्रमण को भी तुरन्त प्रभाव से हटाने हेतु विकास अधिकारी एवं तहसीलदार को निर्देश दिये। उन्होने यहां के ग्राम पंचायत परिसर में निर्माणाधीन राजीव गांधी सेवा केन्द्र के निर्माण कार्य, उपस्वास्थ्य केन्द्र एवं पंचायत कार्यालय का भी अवलोकन कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
उन्होने निकुंभ शिविर में ग्रामीणों द्वारा विद्युत की निर्बाध आपूर्ति की और ध्यान आकर्षित करने पर अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देशित किया कि निर्धारित समय में ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति की जाए तथा इस समय में यदि विद्युत आपूर्ति में अवरोध रहता है तो उतने समय की और विद्युत आपूर्ति की जाए, इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नही बरती जाए। उन्होने इस शिविर में 68 निःशक्त व्यक्तियों को चिन्हित करने की सराहना करते हुए कहा कि इसी तरह अन्य विभागों द्वारा भी राज्य सरकार की मंशानुरूप अपने कर्तव्यों को पूरी इमानदारी के साथ अंजाम दें। उन्होने इन शिविरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
अभयपुरा एवं सुखवाड़ा शिविरों की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्राीय विधायक सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने इस अभियान के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पहल पर प्रशासन ग्रामीणों के द्वार आया है जिसका ग्रामीणों को अपनी समस्याओं का समाधान कराकर अधिकाधिक लाभ उठाना चाहिए। उन्होने कहा कि इन शिविरों में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप गांव, गरीब और ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर राहत पहुंचाने के साथ ही सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओंे के तहत ग्रामीणों को चिन्हित कर उनका पूरा पूरा लाभ दिलाएं। उन्होने अधिकारियों और कर्मचारियों का आव्हान किया कि वे इन शिविरों में गरीबों एवं ग्रामीणोंे के आसूं पौंछ कर अपने दायित्वों का निष्ठा पूर्वक निर्वहन करें। उन्होने कहा कि जो व्यक्ति बी.पी.एल. में उनका नाम जुड़ावाना चाहते हैं उन्हैं उपखण्ड अधिकारी एवं विकास अधिकारी के समक्ष अपनी अपील प्रस्तुत करने की समझाइश करें। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्राी जी की भावना के अनुरूप शिविरों में पीड़ित व्यक्तियों को राहत पहुंचाने में कोई कोर कसर नही रखी जाए।
श्री जाड़ावत ने कहा कि आम ग्रामीणों को आव्हान किया कि वे अपनी व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओं के प्रति सचेत होकर इन शिविरों में उनका समाधान कराएं ताकि उन्हैं अनावश्यक रूप से कार्यालयों में आना नही पड़े।
निकुंभ शिविर की अध्यक्षता करते हुए बड़ीसादड़ी विधायक प्रकाश चैधरी ने ‘प्रशासन गांवोंे के संग अभियान‘ के लिए मुख्यमंत्रीजी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस अभियान के तहत आयोजित होने वाले शिविरों में ग्रामीणों की समस्याओं का हाथों हाथ निराकरण हो सकेगा। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्राी गरीबों, किसानों, कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए कृत संकल्पित हैं तथा इस दिशा में अनेक कदम उठाये है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने 36 लाख बी.पी.एल. परिवारों को प्रति माह 2 रू0 प्रति किलो के हिसाब से 25 किलो गेहूं उपलब्ध कराने का अनूठा कदम उठाया है वहींे बी.पी.एल. परिवारों के रोगियों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का भी प्रावधान किया गया है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्राी राजीव गांधी विद्युत वितरण योजना के तहत बी.पी.एल. परिवारों के घरों पर निःशुल्क विद्युत कनेक्शन जारी किये जा रहे हैं वहीं पिद्युत ट्रांसफार्मर खराब होने पर 72 धण्टे में किसानों को उपलब्ध कराये जा रहे है ।
क्षेत्रीय विधायक श्री चैधरी ने जिला प्रभारी मंत्राी से प्रसिद्व सीतामाता अभ्यारण्य को राष्ट्रीय अभ्यारण्य का दर्जा दिलाने, पिण्ड बांध का कार्य प्रारंभ कराने एवं निकुंभ में उप तहसील खुलवाने तथा स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में ए.एन.एम. की नियुक्ति कराने का भी आग्रह किया।
शिविरों को सम्बोधित करते हुए कृषि विभाग के आयुक्त एवं जिला प्रभारी सचिव जे.सी. महान्ति ने कहा कि पंचायतीराज को और अधिक मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा स्थानान्तरित उक्त पांचों विभागों को पंचायतीराज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि प्रभावी मोनिटरिंग करें तथा समय समय पर विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित सम्बन्धित अन्य विभागों के कार्यालयों का मौके पर जाकर निरीक्षण करें तथा यह सुनिश्चित करें कि ग्राम पंचायत स्तर के सभी अधिकारी, कर्मचारी अपने कार्यो का सुचारू रूप से संचालन कर ग्रामीणों को अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहे है।
शिविरों को सम्बोधित करते हुए जिला कलेक्टर डा. आरूषी ए. मलिक ने कहा कि जिले में ‘प्रशासन गांवों के संग अभियान‘ के सुचारू संचालन के लिए पंचायत समिति वार प्रभारी एवं सहायक प्रभारी अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को संवेदनशीलता से ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर उनका तत्काल मौके पर निराकरण करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होने कहा कि आम ग्रामीण शिविरों में अपनी समस्याओं का निराकरण कराऐ ताकि उन्हैं अपने छोटे छोटे कार्यो के लिए तहसील एवं उपखण्ड कार्यालय आने की आवश्यकता नही पड़े। शिविरों में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.एल. स्वर्णकार ने शिविरों के तहत सम्बन्धित विभागों द्वारा किये जाने वाले कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिविरों में पुलिस अधीक्षक डा. गिर्राज मीणा, प्रधान पुष्पा जाट, उप प्रधान भेरूलाल गुर्जर, जिला परिषद सदस्य शीतल शर्मा, सरपंच मधु कंवर, माणक चन्द ने भी सम्बोधित किया। शिविरों में पूर्व उप जिला प्रमुख जनक सिंह, पूर्व प्रधान गोविन्द सिंह, उप प्रधान, हनुमन्त सिंह, पूर्व सरपंच मोहनलाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी, जिला एवं ब्लोक स्तरीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
जिला प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने सर्किट हाउस में भारत स्काउट गाइड स्थापना दिवस पर स्काउट गाइड स्टीकर का विमोचन भी किया।
श्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिश है कि इन शिविरों में गांवों में रहने वाले आम ग्रामीणों की कठिनाइयों को दूर करने के लिए जनता से जुड़े विभागों के अधिकारी उनके बीच में पहुंच कर उनकी समस्याओं एवं कठिनाईयों को संवेदनशीलता से सुने और उनका मौके पर ही निराकरण करने का पूरा प्रयास करें ताकि आम ग्रामीण को तहसील, उपखण्ड एवं जिलास्तर पर अनावश्यक रूप से कार्यालयों के चक्कर नही लगाने पड़ें। उन्होने ग्रामीणों को आव्हान किया कि वे भी अपनी निजी और सार्वजनिक समस्याओं के प्रति जागरूक होकर उनका इन शिविरों में समाधान कराने के लिए आगे आएं।
जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पंचायतीराज को सुदृढ़ बनाने के लिए पंचायत विभाग को प्राथमिक शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, कृषि, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा महिला एवं बाल विकास विभाग स्थानान्तरित कर पंचायतीराज संस्थाओं को इन विभागों का सीधा नियंत्राण सौंपा है। इसलिये अब पंचायतीराज संस्थाओं के चुने हुए जनप्रतिनिधि जिला प्रमुख, जिला परिषद सदस्यों, प्रधानों , पंचायत समिति सदस्यों, सरपंचों एवं वार्ड पंचों का कर्तव्य और दायित्व है कि वे उक्त विभागों के सुचारू कार्य एवं इनकी सेवाओं के संचालन की जिम्मेदारी को वे बखूबी अंजाम देकर ग्रामीणों को इन विभागों की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का पूरा पूरा लाभ दिलाएं।
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री ने कहा कि प्रत्येक पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायतों की बैठकें निर्धारित समय पर आवश्यक रूप से हों और इन बैठकों में चुने हुए जनप्रतिनिधि भाग लेकर अपने क्षेत्रो की समस्याओं को कार्यवाही रजिस्टर में अंकित कराएं ताकि सम्बन्धित प्रधान एवं सरपंच ग्रामीणों एवं गांवों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करा सकें। उन्होने कहा कि जो जनप्रतिनिधि इन बैठकों में तीन बार लगातार अनुपस्थित रहता है तो उसके विरूद्व नियमानुसार कार्यवाही की जाए। उन्होने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे ग्राम पंचायतों के सचिवों को निर्देशित करें कि वे बैठकों की कार्यवाही विवरण की पंजिका का सुचारू रूप से संधारण करें। उन्होने कहा कि प्रदेश में पंचायतीराज संस्थाओं के करीब एक लाख 30 हजार चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं जिनकी पंचायतीराज को सुदृढ़ करने की सीधी जिम्मेदारी है । इनके प्रभावी प्रयासों से ही आम ग्रामीण को उक्त विभागों की सेवाओं एवं योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
जिला प्रभारी मंत्राी ने शिविर प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे शिविर आयोजन के दो दिवस पूर्व सभी सम्बन्धित विभागों की अग्रिम टीमें भेजें ताकि वे अपने अपने विभागों से सम्बन्धित समस्याओं को चिन्हित करने के साथ ही विभागीय योजनाओं के तहत ग्रामीणों को लाभान्वित करने हेतु उनके आवेदन पत्रा तैयार करवाये जा सकें ताकि शिविर दिवस को ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही अधिकाधिक निराकरण होने के साथ साथ ग्रामीणों को जन कल्याणकारी योजनाओं से भी लाभान्वित किया जा सकेगा।
श्री सिंह ने अभयपुरा शिविर मे ग्रामीणों द्वारा गडवाड़ा क्षेत्र में वनों की अवैध कटाई एवं खनन की शिकायत पर उन्होने मौके पर ही मण्डल वन अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि इसकी प्रभावी रोकथाम की व्यवस्था की जाए अन्यथा लापरवाही बरतने वाले सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्व कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होने ग्रामीणों द्वारा अभयपुरा पंचायत के समीप के अतिक्रमण को भी तुरन्त प्रभाव से हटाने हेतु विकास अधिकारी एवं तहसीलदार को निर्देश दिये। उन्होने यहां के ग्राम पंचायत परिसर में निर्माणाधीन राजीव गांधी सेवा केन्द्र के निर्माण कार्य, उपस्वास्थ्य केन्द्र एवं पंचायत कार्यालय का भी अवलोकन कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
उन्होने निकुंभ शिविर में ग्रामीणों द्वारा विद्युत की निर्बाध आपूर्ति की और ध्यान आकर्षित करने पर अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देशित किया कि निर्धारित समय में ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति की जाए तथा इस समय में यदि विद्युत आपूर्ति में अवरोध रहता है तो उतने समय की और विद्युत आपूर्ति की जाए, इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नही बरती जाए। उन्होने इस शिविर में 68 निःशक्त व्यक्तियों को चिन्हित करने की सराहना करते हुए कहा कि इसी तरह अन्य विभागों द्वारा भी राज्य सरकार की मंशानुरूप अपने कर्तव्यों को पूरी इमानदारी के साथ अंजाम दें। उन्होने इन शिविरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
अभयपुरा एवं सुखवाड़ा शिविरों की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्राीय विधायक सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने इस अभियान के आयोजन के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी पहल पर प्रशासन ग्रामीणों के द्वार आया है जिसका ग्रामीणों को अपनी समस्याओं का समाधान कराकर अधिकाधिक लाभ उठाना चाहिए। उन्होने कहा कि इन शिविरों में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप गांव, गरीब और ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर राहत पहुंचाने के साथ ही सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओंे के तहत ग्रामीणों को चिन्हित कर उनका पूरा पूरा लाभ दिलाएं। उन्होने अधिकारियों और कर्मचारियों का आव्हान किया कि वे इन शिविरों में गरीबों एवं ग्रामीणोंे के आसूं पौंछ कर अपने दायित्वों का निष्ठा पूर्वक निर्वहन करें। उन्होने कहा कि जो व्यक्ति बी.पी.एल. में उनका नाम जुड़ावाना चाहते हैं उन्हैं उपखण्ड अधिकारी एवं विकास अधिकारी के समक्ष अपनी अपील प्रस्तुत करने की समझाइश करें। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्राी जी की भावना के अनुरूप शिविरों में पीड़ित व्यक्तियों को राहत पहुंचाने में कोई कोर कसर नही रखी जाए।
श्री जाड़ावत ने कहा कि आम ग्रामीणों को आव्हान किया कि वे अपनी व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याओं के प्रति सचेत होकर इन शिविरों में उनका समाधान कराएं ताकि उन्हैं अनावश्यक रूप से कार्यालयों में आना नही पड़े।
निकुंभ शिविर की अध्यक्षता करते हुए बड़ीसादड़ी विधायक प्रकाश चैधरी ने ‘प्रशासन गांवोंे के संग अभियान‘ के लिए मुख्यमंत्रीजी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस अभियान के तहत आयोजित होने वाले शिविरों में ग्रामीणों की समस्याओं का हाथों हाथ निराकरण हो सकेगा। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्राी गरीबों, किसानों, कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए कृत संकल्पित हैं तथा इस दिशा में अनेक कदम उठाये है। उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने 36 लाख बी.पी.एल. परिवारों को प्रति माह 2 रू0 प्रति किलो के हिसाब से 25 किलो गेहूं उपलब्ध कराने का अनूठा कदम उठाया है वहींे बी.पी.एल. परिवारों के रोगियों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का भी प्रावधान किया गया है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्राी राजीव गांधी विद्युत वितरण योजना के तहत बी.पी.एल. परिवारों के घरों पर निःशुल्क विद्युत कनेक्शन जारी किये जा रहे हैं वहीं पिद्युत ट्रांसफार्मर खराब होने पर 72 धण्टे में किसानों को उपलब्ध कराये जा रहे है ।
क्षेत्रीय विधायक श्री चैधरी ने जिला प्रभारी मंत्राी से प्रसिद्व सीतामाता अभ्यारण्य को राष्ट्रीय अभ्यारण्य का दर्जा दिलाने, पिण्ड बांध का कार्य प्रारंभ कराने एवं निकुंभ में उप तहसील खुलवाने तथा स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में ए.एन.एम. की नियुक्ति कराने का भी आग्रह किया।
शिविरों को सम्बोधित करते हुए कृषि विभाग के आयुक्त एवं जिला प्रभारी सचिव जे.सी. महान्ति ने कहा कि पंचायतीराज को और अधिक मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा स्थानान्तरित उक्त पांचों विभागों को पंचायतीराज संस्थाओं के जनप्रतिनिधि प्रभावी मोनिटरिंग करें तथा समय समय पर विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित सम्बन्धित अन्य विभागों के कार्यालयों का मौके पर जाकर निरीक्षण करें तथा यह सुनिश्चित करें कि ग्राम पंचायत स्तर के सभी अधिकारी, कर्मचारी अपने कार्यो का सुचारू रूप से संचालन कर ग्रामीणों को अपनी सेवाएं उपलब्ध करा रहे है।
शिविरों को सम्बोधित करते हुए जिला कलेक्टर डा. आरूषी ए. मलिक ने कहा कि जिले में ‘प्रशासन गांवों के संग अभियान‘ के सुचारू संचालन के लिए पंचायत समिति वार प्रभारी एवं सहायक प्रभारी अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को संवेदनशीलता से ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर उनका तत्काल मौके पर निराकरण करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होने कहा कि आम ग्रामीण शिविरों में अपनी समस्याओं का निराकरण कराऐ ताकि उन्हैं अपने छोटे छोटे कार्यो के लिए तहसील एवं उपखण्ड कार्यालय आने की आवश्यकता नही पड़े। शिविरों में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.एल. स्वर्णकार ने शिविरों के तहत सम्बन्धित विभागों द्वारा किये जाने वाले कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिविरों में पुलिस अधीक्षक डा. गिर्राज मीणा, प्रधान पुष्पा जाट, उप प्रधान भेरूलाल गुर्जर, जिला परिषद सदस्य शीतल शर्मा, सरपंच मधु कंवर, माणक चन्द ने भी सम्बोधित किया। शिविरों में पूर्व उप जिला प्रमुख जनक सिंह, पूर्व प्रधान गोविन्द सिंह, उप प्रधान, हनुमन्त सिंह, पूर्व सरपंच मोहनलाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, सम्बन्धित उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी, जिला एवं ब्लोक स्तरीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
जिला प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने सर्किट हाउस में भारत स्काउट गाइड स्थापना दिवस पर स्काउट गाइड स्टीकर का विमोचन भी किया।
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