उज्जैन। 22 अप्रैल को होने वाला महाकुंभ का पहला अमृत स्नान सुबह 6 बजे से ही होगा। बुधवार को अभा अखाड़ा परिषद और अफसरों की चर्चा के बाद आपसी सहमति बनी और तय हुआ कि पहले से तय स्नान के समय में कोई बदलाव नहीं होगा। जो प्लान प्रशासन ने तैयार किया हैए वही लागू होगा।
अखाड़ा परिषद की मंगलवार को हुई बैठक में परिषद की मांग थी कि स्नान का समय सुबह चार बजे से किया जाए। इसके साथ ही स्नान के लिए घाट पर जाने के रूट परिवर्तन को लेकर भी चर्चा हुई थी। इसके बाद बुधवार को सुबह 10 बजे जूनाए निरंजनी व महानिर्वाणी
अखाड़े के पदाधिकारियों ने स्नान के लिए रूट देखा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्रगिरिजी महाराज व महामंत्री हरिगिरिजी महाराज के साथ एसपी आदित्यप्रताप सिंहए एएसपी मनोज केड़िया ने रूट देखा। संतों का कहना था कि जूना अखाड़ा के साधु भूखी माता के पास कच्चे रास्ते से घाट पर जाएंगे और भूखी माता वाले रोड से वापस आएंगे। इसे लेकर सभी ने पूरा रूट घूमा लेकिन कोई निर्णय नहीं हुआ। इसके बाद दोपहर में संतों व अफसरों की फिर से चर्चा हुई।
प्रशासन का कहना है कि अमृत स्नान में अभी कोई बदलाव किया तो अव्यवस्था होगी। बदलाव अब 9 मई वाले अमृत स्नान में होंगे। इस अमृत स्नान में कोई बदलाव नहीं होगा। परंपरा के अनुसार ही स्नान होगा।
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