सांसद ने सदन में उठाया जौहर ज्योति एवं प्रताप मूर्ति का मामला
दिल्ली/चित्तौड़गढ़, 03 मई 2016ः- मेवाड़ और मालवा में पर्यटन के विकास के लिये उदयपुर-चित्तौड़-मन्दसोर-रतलाम-उज्जैन तक के सभी धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलो को जोड़कर एक नया ट्यूरिस्ट सर्किट बनाया जाए ताकि इस क्षेत्र का पर्यटन उद्योग के रूप में विकास हो सके। चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी. जोशी ने सोमवार को लोकसभा में नागरिक उड्डयन एवं पर्यटन मंत्रालय से संबंधित वर्ष 2016-2017 की अनुदान मांगो पर चर्चा के दौरान पार्टी की और से भाग लेते हुए उक्त बात कही। सांसद ने चर्चा के दौरान इस क्षेत्र में देश -विदेश से आने वाले पर्यटको की संख्या में वृद्वि करने के लिये इस सर्किट की आवष्यकता बताई। उदयपुर के प्राकृतिक स्थल, चित्तौड़गढ़ के दुर्ग क्षेत्र के अभयारण, मन्दसौर के पषुपतिनाथ मंदिर, महाकाल की नगरी उज्जैन के साथ-साथ और भी कई महत्वपूर्ण स्थान है उन सभी को एक विषेश योजना बनाकर आपस में जोड़ने से पर्यटन बढेगा। सांसद जोशी ने इसके साथ ही चर्चा के दौरान चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर रानी पद्मिनी एवं अन्य विरांगनाओ के द्वारा किए गए जौहर की स्मृति सजीव रखने के लिये दुर्ग पर जौहर स्थल पर जौहर ज्योति प्रारम्भ करने की मांग माननीय मंत्री से की। साथ ही मेवाड़ के वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की देश-विदेश एवं संसद में मूर्तिया लगी है। महाराणा प्रताप की एक विशाल मुर्ति चित्तौड दुर्ग पर लगनी चाहिए क्योकि चित्तौड़ और प्रताप एक दुसरे के पर्याय है।सांसद जोशी ने इसके साथ ही भक्त शिरोमणि मीरा का भी विषेष जिक्र किया और मीरा पर शोध संस्थान बनाने की भी मांग की। इस पुरे ट्यूरिस्ट सर्किट में मेनार, बड़ोलिया नगरी, सांवलिया मंदिर एवं इस प्रकार के सभी स्थलो को जोड़ने से सर्किल बडा एवं पर्यटको के ठहराव वाला होगा। सांसद जोशी ने इस महत्वपूर्ण चर्चा के दौरान नागरिक उड्डयन को लेकर इस क्षेत्र में विकास की संभावनाओ पर बोलते हुए कहा कि अन्तराष्ट्रीय पर्यटन को बढावा देने के लिये उदयपुर हवाई अड्डे को अन्तराष्ट्रीय हवाई सुविधाओ से जोडा जाए ताकि यहाॅ से अन्तराष्ट्रीय उड़ाने संचालित हो एवं हमीरगढ़ हवाई पट्टी को भी विकसित करते हुए हवाई अड्डा निर्माण हो जिससे पर्यटन एवं औद्योगिक इकाईयो को मिलने वाली सुविधाओ का विस्तार हो सके।
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