उज्जैन सिंहस्थ की यशस्वी परंपरा अद्भुत आश्चर्यचकित कर देने वाले प्रसंगों से सुसज्जित है। इसी श्रृंखला में उज्जैन सिंहस्थ में दत्त अखाड़ा ज़ोन में आए महेंद्रगिरिजी महाराज के साथ एक हिरन है जिसे सन्तोषगिरी नाम दिया गया है। यह हिरन महेंद्रगिरिजी महाराज को ७-८ वर्ष पूर्व जंगल में मिला था तब से यह हिरन बाबा के साथ ही रहता है। सिंहस्थ में दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं के लिए यह हिरन आकर्षण का केंद्र बन गया है।सिंहस्थ में दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं के लिए यह हिरन आकर्षण का केंद्र बन।
उज्जैन सिंहस्थ की यशस्वी परंपरा अद्भुत आश्चर्यचकित कर देने वाले प्रसंगों से सुसज्जित है। इसी श्रृंखला में उज्जैन सिंहस्थ में दत्त अखाड़ा ज़ोन में आए महेंद्रगिरिजी महाराज के साथ एक हिरन है जिसे सन्तोषगिरी नाम दिया गया है। यह हिरन महेंद्रगिरिजी महाराज को ७-८ वर्ष पूर्व जंगल में मिला था तब से यह हिरन बाबा के साथ ही रहता है। सिंहस्थ में दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं के लिए यह हिरन आकर्षण का केंद्र बन गया है।





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